मानसिक तनाव लक्षण प्रभाव । Mansik Tanav,Lakhsan Aour Parbhav
मानसिक तनाव आज कल हर किसी के जीवन का हिस्सा बन गया है। इसके कारण न केवल मानसिक रूप से परेशानियाँ होती हैं , बल्कि कई तरह की परेशानियाँ भी हो सकती हैं। मानसिक तनाव , मानसिक स्वास्थ्य पर दबाव या क्षति हो सकती है। जिसके कारण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति से तर्कपूर्ण एवं विवेकपूर्ण व्यवहार की अपेक्षा होती है।इस प्रकार का व्यक्ति ही मानसिक रूप से स्वस्थ माना जाता है। मानसिक स्वास्थ्य, व्यक्ति की मानसिक और वैज्ञानिक स्थिति की जानकारी दी जाती है। मानसिक रूप से कई तनाव उत्पन्न हो सकते हैं और प्रत्येक व्यक्ति के स्वभाव के अनुसार अलग-अलग कारण हो सकते हैं।

1.मानसिक तनाव (Mansik Tanav)के लक्षणः-
व्यक्तिशः अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर तनाव के कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैंः
1.1-चिंता और चिंताः- तनाव के समय व्यक्ति को अधिक चिंता और चिंता होती है। वे अपनी रचनाओं और एक ही जीवन के बारे में बार-बार चिंता करना, किसी बात को बार-बार दोहराना या उसके बारे में अलग-अलग अलग-अलग लोगों से राय मशवरा करना, एक काल्पनिक निर्णय का अवधारण बना कर आशंकित होना आदि।
- 2.-आत्मसंवादः- तनाव के समय, व्यक्ति अपने आप के साथ बातचीत करने लगता है,हाथों की हलचल बढ़ जाती है,अपने आप के बिना कारण और सकारात्मक दृष्टिकोण के स्थान पर नकारात्मक विचार से अधिक आशंकित होना। किसी भी कार्य को करने में आपको सशक्त महसूस होता है।
- 1.नींद की समस्या- तनाव के समय व्यक्ति को अच्छी नींद नहीं आती, और वे रात को बार-बार नींद में रहते हैं और जागते भी रह सकते हैं।4.थकावटः- तनावग्रस्त व्यक्ति आपने आप को अधिक थका हुआ महसूस करता है, जिस कारण उनकी शारीरिक और मानसिक क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- भोजन करने की सीमा भूलनाः- कुछ लोगों को मानसिक तनाव के समय भोजन करते समय यह भी पता नही चलता कि उनका पेट भर गया है वे बिना सीमा के अधिक भोजन कर सकतें है, बार बार भूख महसूस करते हुए बार बार भोजन करते रहते है।
- परिजनों से दूरी बनाना :- मानसिक तनावग्रस्त व्यक्ति सामाजिक परिवेश से दूर रहने का प्रयास करते है। वे एकान्त में रहना पसंद कर सकते है। दोस्तों और परिवार से दूरी बनाये रखने का प्रयास कर सकते हैं।इन स्थितियों पर नियंत्रण नहीं किया जाने पर व्यक्ति मानसिक समस्याओं जैसे डिप्रेशन आदि की और जाने की सम्भावना बढ़ सकती हैं।
2.मानसिक तनाव(Mansik Tanav) के सामान्य कारणः
2.1- काम के प्रेशरः-आज के इस आर्थिक युग में व्यक्ति अपनी आर्थिक महत्वकांक्षाओं की पूर्ति हेतु अधिक से अधिक धन कमाने के चक्कर में एक जगह नहीं, कई कई जगह काम करने की मजबूरी में फंस गया है। उसके कार्य स्थल के अधिकारी/मालिक अपना लक्ष्यपूर्ति में वे भी इतने मानसिक दबाव में रहते है, कि उन्हें अपना लक्ष्यपूर्ति येनकेन प्रकरेण प्राप्त करना होता है,इस प्रकार यह चक्र मालिक से लेकर मजदूर तक चलता रहता है। और वे सभी आपने लक्ष्यपूर्ति के कारण इतना दबाव में आ जाते है कि उसकी मानसिक स्थिति असन्तुलित हो सकती है।
कई बार ऐसा भी होता है कि कार्यस्थल के सहयोगीयों में अपने लक्ष्यपूर्ति चाहे वह उत्पादन की हो,पढ़ाई की हो या अन्य प्रकार की हो में इतनी प्रतिस्पर्धा हो जाती है, कि पिछड़ने वाला सहयोगी मानसिक दबाव में आ जाता है। इस पिछड़ने के कारण कई दफा आत्महत्या तक कर लेता है।(i) काम/ड्यूटी की अधिकता के कारण सशस्त्र बलों में भी मानसिक तनाव के प्रकरण और परिणामों के प्रकरण सामने आने लगे है और सरकार के स्तर से इस सम्बन्ध में सशस्त्र बलों में कांउसलिग/योगा/मेडिटेशन आदि के सत्र शुरू किये गये है।(ii)पिछले कुछ सालों में छात्रों में भी आत्महत्या के प्रकरण सामने आने लगे है।
जिनके कारण अभी तक सामने आये है, उनमें कोचिंग क्लासों में पढ़ाई/सिलेबस का बोझ प्राप्तांकों की प्रतिस्पर्धा ,परीक्षा वरियता से उतीर्ण करने की आकांक्षा पूर्ण नहीं होना, माता-पिता,शिक्षकों की अपक्षाओं पर खरा न उतरने पर मानसिक तनाव में जा सकता है।
2.2- सामाजिक दबावः- जीवन की ज़िम्मेदारियों कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति अपनी क्षमताओं से बाहर जाकर अपने बच्चों की अपेक्षाओं की पूर्ति नहीं कर पाता। परिवारिक पस्थितियों के कारण अपने माता पिता या अन्य परिजनों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का सही ढ़ंग से निर्वहन करने में असहाय होने पर भी मानसिक तनाव में चला जाता है।
2.3- व्यक्तिगत जीवन घटनाएँः- जीवन की व्यक्तिगतघटनाएँ जैसे कि अलग अलग प्रकरणों में किसी का स्वयं का विवाह न होना अथवा अन्य प्रकरणों में बच्चों की शादि न होना,अपेक्षा के अनुरूप संतानों की पालन पोषण या शिक्षा की जिम्मेदारियां निभाने में असहाय होना , परिवार में किसी प्रिय चाहे माता पिता हो या पति पत्नि या बच्चों की या फिर कोई अन्य अति प्रिय की मौत होने पर भी व्यक्ति मानसिक तनाव (Mansik Tanav)में जा सकता है। कई बार व्यक्ति को अपनी सामाजिक जिम्मेदारियॉ निभाने के लिए बैक से अथवा किसी व्यक्ति से रूपयें उधार भी लेने पड़ते है परन्तु समय पर उधार लौटाने में असफल होने पर भी व्यक्ति मानसिक तनाव में आ जाता है।
2.4-स्वास्थ्य समस्याएँः- शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएँ जैसे कि किसी व्यक्ति को ऐसी बिमारी घेर लेती है जो काफी खर्चिली के साथ कष्टदायक भी होती है, ऐसी बिमारी से ग्रस्त होने पर भी रोगी मानसिक तनाव में जा सकता है।
3- मानसिक तनाव(Mansik Tanav) के परिणाम
मानसिक तनाव (Mansik Tanav)के परिणाम(सम्भावित प्रभाव) व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न हो सकते हैं और ये तनाव के स्तर, स्थिति, और व्यक्ति की व्यक्तिगत स्थिति पर निर्भर करते हैं। तनाव के प्रमुख प्रभाव निम्नलिखित हो सकते हैंः
3.1-शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएँः अधिक तनाव से शारीरिक समस्याएँ जैसे कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ, हृदय रोग, मधुमेह, और निरंतर दर्द की समस्या हो सकती है। इन बिमारियों मे चिकित्सक रोगी को तनाव मुक्त रहने की सलाह देते है।
3.2-मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँः बढ़ता हुआ तनाव (Mansik Tanav)डिप्रेशन, स्मरण ष्शक्ति का क्षीण होना,या अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का प्रकट होने का कारण बन सकता है।
3.3-सम्बंधों में समस्याएँः मानसिक तनाव से ग्रस्त व्यक्ति स्वभाव से चिड़चिड़ा हो जाता है जो रिश्तों में समस्याओं का कारण, विवाद, असमंजस्य, और अलगाव आदि का कारण भी बन सकता है।
3.4-काम की प्रदर्शन में गिरावटः- तनावग्रस्त व्यक्ति किसी भी कार्य को प्रभावी ढ़ंग से मन लगाकर नही कर सकता जिस कारण उसकी कार्य क्षमता कम होने के कारण काम के प्रदर्शन में कमी हो सकती है।
3.5-उचित नींद और सोने की समस्याएँः-(Mansik Tanav)तनावग्रस्त व्यक्ति चाह कर भी एक स्वस्थ नींद नहीं ले सकता ,उसे बार बार जाग आती रहती है। जिससे नींद की कमी और सोने की समस्याएँ हो सकती हैं।
3.6-आत्महत्या का खतराः- अत्यधिक (Mansik Tanav)तनाव से ग्रस्त व्यक्ति हमेशा नकारात्मक विचारों से घिरा रहता है वह समस्या का हल आत्महत्या में ढूंढता है और जिस कारण मानसिक स्वास्थ्य पर इतना असर पड़ सकता है कि आत्महत्या का खतरा बढ़ा सकता है।
3.7-यौन समस्याएँः- तनावग्रस्त व्यक्ति यौन स्वास्थ्य के प्रति सावधान नहीं हो सकता जिस कारण उसे यौन समस्यें हो सकती है उसी के परिणाम स्वरूप उसका पारिवारिक जीवन भी प्रभावित हो सकता है।
4-मानसिक तनाव (Mansik Tanav)को कम करने और नियंत्रित करना
4.1-तनाव का प्रबंधनः- मानसिक तनाव(Mansik Tanav) को कम करने और नियंत्रित करने के लिए व्यक्तिगत तरीकों का पता लगाने के लिए आपको अपने जीवन में कौन से कारण तनाव का कारण बन रहे हैं, इसे पहचानना महत्वपूर्ण है। फिर आप तनाव प्रबंधन के लिए सहायक तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे कि योग, मेडिटेशन, व्यायाम, सामाजिक समर्थन, और अपने स्वास्थ्य का सावधानीपूर्ण रूप से देखभाल करना। अगर आपका तनाव बहुत अधिक होता है और आप स्वयं प्रबंध नहीं सकते, तो विशेषज्ञ से मदद लेना भी एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
4.2-(Mansik Tanav)तनाव प्रबंधन के कुछ महत्वपूर्ण तरीके निम्नलिखित हैंः
4.2.1-समय प्रबंधनः-किसी भी कार्य को समय प्रबंधन के साथ एक व्यवस्थित रूप से किया जाये तो उस कार्य में निश्चित रूप से सफलता मिलती है। सफलता से सभी तनाव समाप्त हो जाते है 2-सोशल सपोर्टः- दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना और उनसे सहयोग लेना तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।
4.2.2-समस्याओं का समाधानः- प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में रोज नई समस्याये आती है , और हर व्यक्ति उन समस्याओं का समाधान ढूंढ कर उन समस्यों को पार करता है। जिस कारण उसे मानसिक तनाव का सामना नही करना पड़ता।
4.2.3-नींद का महत्वः-मानसिक तनाव (Mansik Tanav)को नियिं़त्रत करने का सबसे आसान उपाय है कि व्यक्ति नियमित और पर्याप्त नींद ले, पर्याप्त नीद सभी मानसिक तनावों को दूर कर देती है।
4.2.4-योग, मेडिटेशन, और प्राणायाम :- योग, मेडिटेशन, और प्राणायाम जैसी तंत्रिका प्रक्रियाएँ मानसिक तनाव को कम करने में मदद कर सकती हैं। नियमित व्यायाम करना शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है और मानसिक तनाव को कम कर सकता है।
4.2.5सही आहारः- स्वस्थ आहार खाने में सहायक हो सकता है, खासकर विटामिन और मिनरल्स से भरपूर आहार जैसे कि प्रोटीन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, और विटामिन-सी से भरपूर आहार।
4.2.6-समाजिक समर्थनः- दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना इससे विचारों का खुलकर आदान प्रदान होता ह,ै व्यक्ति अपने मन की बात और समस्यायें परिवार और दोस्तों से साझा करने पर उनका समाधान भी निकलता है और सकारात्मक वातावरण बनता है, सकारात्मकता होने पर अधिकांश समस्याये और बिमारिया स्वतः हट जाती है, जिस कारण व्यक्ति अनावश्यक (Mansik Tanav)तनाव से बच सकता है।
4.2.7-कुछ छोटे आनंद भरे गतिविधियाँः अपने दिन में कुछ छोटे आनंद भरे कार्यों और गतिविधियों का समय निकालने का प्रयास करें, जो आपको आनंद देते हैं।
मानसिक तनाव (Mansik Tanav)के समय निम्नलिखित टिप्स आपके लिए उपयोगी हो सकते हैंः
- दिनचर्या का पालनः एक नियमित दिनचर्या बनाएं और उसे पालन करें। समय पर खाना, नींद, और व्यायाम करना मानसिक स्वास्थ्य(Mansik Tanav) को सुधारने में मदद कर सकता है।
- प्राणायाम तकनीकेंः- दिन के कुछ मिनट अपने श्वासन को सुधारने के लिए ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास करें।
- ध्यान और मेडिटेशनः- ध्यान और मेडिटेशन के अभ्यास से आप अपने मन को शांति देने और तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- प्राकृतिक सुंदरता से संपर्कः- प्राकृतिक सुंदरता के साथ समय बिताने का प्रयास करें, जैसे कि पार्क में सैर करना, पिकनिक पर जाना, या एक बगीचे को सजाना।
- स्वाध्याय और लेखनः- अपने विचारों को नोट करने और लेखन के माध्यम से अपने मन को शांति देने का प्रयास करें।
- सोशल समर्थनः- अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने का प्रयास करें और उनसे अपने दुखों और चिंताओं को साझा करें।
- सामाजिक क्रियाएँः- एक नैतिक उद्देश्य के साथ समाजिक क्रियाएँ करना तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।
- अच्छा हंसनाः- हंसने में आनंद लें, कॉमेडी देखें, और दोस्तों के साथ मजाक करें।
- संवेदनशीलताः- अपने भावनात्मक स्वास्थ्य को जानें और अपने भावनाओें को सहयोगी तरीके से व्यक्त करने का प्रयास करें।
याद रखें, यह लेख से तनाव (Mansik Tanav)पूरी तरह से कम हो कोई आवश्यक नहीं है,यदि आपको लगता है कि आप मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं और इसके लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो सहायता प्राप्त करने के लिए एक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर डाक्टर से मिलें। वे आपको उचित सलाह और उपाय प्रदान कर सकते हैं जो आपके लिए सही होते हैं।
इस पोस्ट का उद्देश्य आपको जानकारी देना मात्र है। इसका किसी चिकित्सकीय रूप में प्रयोग करने से पहले किसी चिकित्सक या योग प्रशिक्षक से परामर्श करना चाहिए। किसी रोग से पीड़ीत होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श के उपरान्त ही योगाभ्यास करना चाहिए एवं योग की शुरुआत हमेशा किसी प्रशिक्षित योग्य प्रशिक्षक के मार्गदशन में ही करनी चाहिए।
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योगश्चितवृतिनिरोधः
(चित्तवृत्तियों का निरोध योग है।)
One response to “मानसिक तनाव लक्षण प्रभाव । mansik tanav,lakhsan aour parbhav |”
very good artical